2025 की शुरुआत के साथ किसानों पर मंडराया संकट, खाद के दामों में भारी बढ़ोतरी
साल 2025 की शुरुआत से केंद्र सरकार ने खाद के दाम बढ़ाने का फैसला लिया है। सरकार का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खाद के कच्चे माल की कीमतें बढ़ने के कारण यह फैसला लिया गया है। करीब 4 साल बाद खाद की कीमतों में वृद्धि की जा रही है। हालांकि, किसानों को पहले की तरह सब्सिडी दी जाएगी।
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डीएपी खाद के दामों में बढ़ोतरी
साल 2025 की शुरुआत से डीएपी खाद की कीमत में ₹240 प्रति बैग की बढ़ोतरी होगी। अभी डीएपी का दाम ₹1350 प्रति बैग है, जो 1 जनवरी से ₹1590 प्रति बैग हो जाएगा। डीएपी खाद की कीमत में 12% से 50% तक की बढ़ोतरी होगी।
डीएपी बैग का वजन 50 किलोग्राम होता है। यह बढ़ोतरी कच्चे माल की लगातार बढ़ती कीमतों के कारण हो रही है। खबरों के मुताबिक, कंपनियों को डीएपी और अन्य कॉम्प्लेक्स उत्पादों की कीमत बढ़ाने की अनुमति दी गई है।
यूरिया पर सब्सिडी
कीमत बढ़ने के बावजूद किसानों को राहत देने के लिए सरकार 45 बैग यूरिया पर ₹1969.87 की सब्सिडी देगी। किसानों को यह बैग ₹266.50 में मिलता है, जबकि इसकी असली कीमत ₹226.27 है। अगर सब्सिडी न दी जाए, तो किसानों को 739% ज्यादा कीमत चुकानी होगी।
खाद की बढ़ी हुई कीमतें
खाद का नाम | पुरानी कीमत (₹) | नई कीमत (₹) | बढ़ोतरी (₹) |
---|---|---|---|
डीएपी खाद | ₹1350 | ₹1590 | ₹240 |
टीएसपी (46%) | ₹1300 | ₹1350 | ₹50 |
एनपीके 10-26-26 | ₹1470 | ₹1725 | ₹255 |
एनपीके 12-32-16 | ₹1470 | ₹1725 | ₹255 |
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शेयर बाजार पर असर
डीएपी के बढ़ते दामों का असर शेयर बाजार पर भी पड़ा है। एनएफएल (NFL) के शेयर में 5% और आरसीएफ (RCF) के शेयर में 4% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।