
क्या सच में आ रहा है 5000 रुपये का नया नोट जानें पूरी सच्चाई, क्या कहता है RBI?
क्या सच में आ रहा है 5000 रुपये का नया नोट जानें पूरी सच्चाई, क्या कहता है RBI?
पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक खबर तेजी से वायरल हो रही है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) जल्द ही 5000 रुपये का नया नोट जारी करने वाला है। इस खबर ने हर किसी को चौंका दिया है, खासकर जब हाल ही में RBI ने 2000 रुपये के नोट को चलन से हटाया है। लोग सोच रहे हैं कि जब 2000 रुपये के नोट को बंद कर दिया गया है, तो 5000 रुपये का नया नोट क्यों जारी किया जा रहा है?
इस खबर ने आम लोगों, व्यापारियों और बड़े लेन-देन करने वालों के बीच काफी हलचल मचा दी है। लेकिन क्या यह खबर सच है या सिर्फ एक अफवाह? चलिए, इसे विस्तार से समझते हैं।
5000 रुपये के नोट की अफवाह कैसे शुरू हुई?
सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट और वीडियो वायरल हुए, जिनमें दावा किया गया कि RBI जल्द ही 5000 रुपये का नया नोट बाजार में उतारने वाला है। इन पोस्ट में नए नोट का डिज़ाइन और रंग भी बताया गया। इस खबर को लेकर कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं।
लोगों का कहना है कि अगर 5000 रुपये का नोट आ गया, तो यह बड़े लेन-देन के लिए आसान होगा। वहीं, कुछ लोग यह भी सोच रहे हैं कि यह कदम भ्रष्टाचार और काले धन को बढ़ावा दे सकता है।
इतिहास में पहले भी जारी हो चुके हैं बड़े मूल्य के नोट
यह पहली बार नहीं है जब भारत में बड़े मूल्य के नोट जारी करने की बात हो रही है। आइए जानें कि भारत में बड़े नोटों का इतिहास क्या है:
- 1954 में जारी हुए बड़े नोट:
- 1000 रुपये, 5000 रुपये और 10,000 रुपये के नोट पहली बार 1954 में जारी किए गए थे।
- उस समय ये नोट बड़े व्यापारियों और उद्योगपतियों के लिए बनाए गए थे।
- 1978 में हुई नोटबंदी:
- तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई की सरकार ने 1978 में 1000, 5000 और 10,000 रुपये के नोटों को बंद कर दिया।
- इसका उद्देश्य भ्रष्टाचार और काले धन पर लगाम लगाना था।
- 2016 की नोटबंदी:
- 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को बंद कर दिया।
- इसके बाद 2000 रुपये का नोट जारी किया गया, लेकिन अब इसे भी धीरे-धीरे चलन से हटाया जा रहा है।
5000 रुपये का नोट: क्या कहता है RBI?
वायरल खबरों के बीच, भारतीय रिजर्व बैंक ने साफ कर दिया है कि फिलहाल 5000 रुपये का कोई नया नोट जारी करने की योजना नहीं है।
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने क्या कहा?
- उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि देश की वर्तमान मुद्रा व्यवस्था आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त है।
- RBI बड़े मूल्यवर्ग के नोट जारी करने के मूड में नहीं है।
- सोशल मीडिया पर चल रही खबरें पूरी तरह से फर्जी और निराधार हैं।
सोशल मीडिया और अफवाहों का प्रभाव
आज के डिजिटल युग में, सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहें बहुत तेजी से लोगों तक पहुंचती हैं। 5000 रुपये के नए नोट की खबर ने भी ऐसा ही माहौल बना दिया।
लोगों की प्रतिक्रियाएं:
- व्यापारी वर्ग:
- व्यापारियों का कहना है कि बड़े नोट उनके लिए फायदेमंद हो सकते हैं, क्योंकि इससे लेन-देन आसान होगा।
- आम जनता:
- कई लोग चिंतित हैं कि इससे भ्रष्टाचार और काले धन में वृद्धि हो सकती है।
- विशेषज्ञ:
- आर्थिक विशेषज्ञों का कहना है कि बड़े नोटों से नकदी का उपयोग बढ़ सकता है, जो डिजिटल अर्थव्यवस्था के उद्देश्य के खिलाफ है।
वर्तमान मुद्रा व्यवस्था: क्या है स्थिति?
भारत में वर्तमान में निम्नलिखित मूल्यवर्ग के नोट प्रचलित हैं:
- ₹10
- ₹20
- ₹50
- ₹100
- ₹200
- ₹500
2000 रुपये के नोट का क्या हुआ?
- 2016 में जारी किया गया 2000 रुपये का नोट अब चलन से बाहर किया जा रहा है।
- RBI ने इसे वापस लेने का फैसला लिया, ताकि छोटे मूल्यवर्ग के नोटों को बढ़ावा दिया जा सके।
5000 रुपये के नोट से जुड़े संभावित सवाल और जवाब
1. क्या 5000 रुपये का नोट जारी करना संभव है?
- तकनीकी रूप से संभव है, लेकिन वर्तमान स्थिति को देखते हुए इसकी जरूरत नहीं है।
2. क्या इससे भ्रष्टाचार बढ़ेगा?
- बड़े नोटों से नकदी का आदान-प्रदान आसान हो सकता है, जिससे काले धन का खतरा बढ़ सकता है।
3. क्या डिजिटल अर्थव्यवस्था पर असर पड़ेगा?
- हां, बड़े नोटों का चलन डिजिटल लेन-देन को प्रभावित कर सकता है।
आम जनता को क्या करना चाहिए?
- अफवाहों पर न करें यकीन:
- सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली खबरों की सत्यता जांचें।
- केवल आधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें।
- RBI की वेबसाइट पर जाएं:
- किसी भी नई मुद्रा या नोट से संबंधित जानकारी के लिए RBI की आधिकारिक वेबसाइट देखें।
- सावधान रहें:
- नकली नोटों और अफवाहों से बचें।
5000 रुपये का नया नोट जारी होने की खबर पूरी तरह से फर्जी है। RBI ने स्पष्ट कर दिया है कि फिलहाल बड़े मूल्यवर्ग के नोट जारी करने की कोई योजना नहीं है।
यह जरूरी है कि हम सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली खबरों को आंख मूंदकर न मानें। सच्चाई की जांच करना और आधिकारिक जानकारी पर भरोसा करना बेहद महत्वपूर्ण है।
तो अगली बार जब आप 5000 रुपये के नए नोट की खबर सुनें, तो इसे अफवाह मानें और सही जानकारी के लिए भरोसेमंद स्रोतों का रुख करें।









