
नीलगाय को दूर तक फटकने नहीं देंगे ये देशी उपाय, घर में ही करे तैयार
भारत में कई क्षेत्रों में नीलगाय किसानों के लिए बड़ी समस्या बन गई हैं। पलामू के किसान भी नीलगाय से परेशान हैं। ये नीलगाय सब्ज़ियों और अन्य फसलों को बर्बाद कर देती हैं। किसान अपनी फसलों को नीलगाय से बचाने के लिए कई तरीके अपनाते हैं, लेकिन फिर भी पूरी तरह से राहत नहीं मिलती।
यह भी पढ़िए :- Betul Mandi Bhav: ₹3200 के पार हुए गेहूं के दाम, चने की बम्पर आवक देखे बैतूल मंडी भाव
यहां हम आपको कुछ ऐसे देसी उपाय बताएंगे, जिन्हें अपनाकर आप अपनी फसल को नीलगाय से सुरक्षित रख सकते हैं।
1. नीलगाय की लीद करेगी मदद
क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक रमेश कुमार बताते हैं कि नीलगाय अक्सर जहां बैठती हैं, वहां उनका मुंह नीचे की ओर होता है। यह उनकी लीद की वजह से होता है। अगर किसान नीलगाय की लीद इकट्ठा करके इसे अपने खेत में छिड़क दें, तो फसल को नुकसान से बचाया जा सकता है। लीद की गंध से नीलगाय फसल के पास नहीं आएंगी। साथ ही, यह प्राकृतिक कीटनाशक का भी काम करेगी।
2. नीम का पंच रहेगा कारगर
नीलगाय से बचाव के लिए किसान गाय के गोबर का घोल बनाकर हर 10 दिन में फसल पर छिड़काव कर सकते हैं। इसके साथ ही, नीलगाय की लीद को मिलाकर भी छिड़क सकते हैं। नीम की खली का पाउडर और भट्टी की राख बराबर मात्रा में मिलाकर प्रति एकड़ 6 किलो की दर से खेत में छिड़कें। इसकी गंध से नीलगाय खेत से दूर रहती हैं।
3. घरेलू नुस्खे भी हैं प्रभावी
दही का मठा, लहसुन और बालू मिलाकर तैयार घोल को 15-20 दिन के अंतराल पर फसल पर छिड़कें। यह नीलगाय को फसल से दूर रखता है।
यह भी पढ़िए :- गेहूं की फसल में फुटाव और कल्ले बढ़ाने का रामबाण उपाय, बालियों से भर जाएंगे खेत
4. बैटरी के जरिए करें सुरक्षा
खेत के चारों ओर तार लगाकर उसे 12 वोल्ट की बैटरी से जोड़ें। तार छूने पर हल्का करंट लगेगा, जिससे नीलगाय फसल को नुकसान नहीं पहुंचा पाएगी। बैटरी चार्ज करने के लिए सोलर प्लेट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।