
ड्रिप सिस्टम टेक्नोलॉजी पर मिल रही 90% तक सब्सिडी, किसान कैसे उठाएं लाभ ?
किसानों को अच्छी पैदावार पाने के लिए समय पर सिंचाई करना जरूरी होता है। आजकल सिंचाई के कई तरीके उपलब्ध हैं। अगर किसान चाहें, तो पानी की 50 से 60% तक बचत कर सकते हैं और कम पानी में खेती कर सकते हैं। इसके लिए ड्रिप सिस्टम टेक्नोलॉजी सबसे बढ़िया विकल्प है।
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- यह तकनीक पानी की बचत करती है।
- खेतों में घास-फूस (खरपतवार) नहीं उगती।
- फसल को उतना ही पानी मिलता है जितना उसकी जरूरत होती है।
- समय पर और सही तरीके से सिंचाई होती है।
सरकार भी किसानों को इस तकनीक के लिए आर्थिक मदद दे रही है, ताकि वे इसे सस्ते दामों पर खरीद सकें।
ड्रिप सिस्टम पर सब्सिडी
सरकार किसानों को ड्रिप सिस्टम टेक्नोलॉजी अपनाने के लिए 80% तक की सब्सिडी दे रही है। केंद्र और राज्य सरकारें कृषि उपकरणों पर भारी सब्सिडी प्रदान कर रही हैं।
उदाहरण के तौर पर, औरंगाबाद के कुटुंब प्रकाट ब्लॉक के किसान इस तकनीक से खेती कर रहे हैं। उन्हें सरकार से अच्छी सब्सिडी मिली है। कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, ड्रिप सिस्टम पर सब्सिडी मिलने के बाद किसानों को केवल ₹10,000 से ₹20,000 खर्च करना पड़ता है। जबकि इसकी असली कीमत ₹2,00,000 तक हो सकती है।
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आवेदन और जरूरी दस्तावेज
ड्रिप सिस्टम पर सब्सिडी पाने के लिए किसानों को बागवानी विभाग (Horticulture Department) में आवेदन करना होगा। आवेदन के लिए निम्न दस्तावेज जरूरी हैं:
- आधार कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- खेत के कागजात
- फसल की जानकारी
- बैंक पासबुक की फोटो कॉपी
आवेदन के बाद किसानों के खेत में ड्रिप सिस्टम इंस्टॉल किया जाएगा। किसान इस सुविधा का लाभ उठाकर अपनी खेती को बेहतर और लाभदायक बना सकते हैं।