
Soyabean Price: सोयाबीन के भाव में आएगा भूचाल, सरकार के निर्णय से मची खलबली
Soyabean Price: सोयाबीन के भाव में आएगा भूचाल, सरकार के निर्णय से मची खलबली
भारत में सोयाबीन किसानों और व्यापारियों के लिए हाल ही में सरकार के एक निर्णय ने हलचल मचा दी है। इस फैसले के बाद सोयाबीन के बाजार भाव में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। आइए जानते हैं पूरी जानकारी विस्तार से।
Soyabean Price
मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में सोयाबीन की खेती प्रमुख रूप से की जाती है। वैश्विक स्तर पर ब्राज़ील, अमेरिका और अर्जेंटीना जैसे देश सोयाबीन उत्पादन में आगे हैं।
भारत के मुकाबले ब्राजील और अमेरिका में प्रति एकड़ उत्पादन अधिक होता है, जिसके चलते सोयाबीन का भाव अंतरराष्ट्रीय बाजार के आधार पर निर्धारित होता है।
सोयाबीन के भाव में गिरावट के कारण
- पिछले 4 वर्षों से विदेशों में सोयाबीन का उत्पादन अधिक होने से इसके भाव में गिरावट देखी गई है।
- लागत में वृद्धि और मूल्य में कमी के कारण भारतीय किसान घाटे में चल रहे हैं।
- किसानों ने लंबे समय तक मूल्य वृद्धि की मांग के लिए आंदोलन भी किया।
सरकार का नया निर्णय और उसकी वजह
सरकार ने किसानों की मांग को देखते हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर सोयाबीन की खरीदी का निर्णय लिया।
- सरकार ने इस साल एक करोड़ 47 लाख क्विंटल सोयाबीन को 4892 रुपए प्रति क्विंटल के भाव पर खरीदा।
- अब सरकार ने समर्थन मूल्य पर खरीदी गई 39 लाख क्विंटल सोयाबीन को खुले बाजार में टेंडर के माध्यम से बेचने का निर्णय लिया है।
किसानों और व्यापारियों में चिंता का माहौल
सरकार के इस निर्णय के बाद सोयाबीन कारोबारियों और किसानों में चिंता बढ़ गई है।
- सोयाबीन प्लांट्स ने खरीदी के भाव में 50 से 100 रुपए प्रति क्विंटल तक की कमी कर दी है।
- वर्तमान में सोयाबीन का भाव औसतन 4150 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया है।
सोयाबीन बिक्री के टेंडर की तिथि
सरकार द्वारा 39 लाख क्विंटल सोयाबीन की बिक्री के लिए 3 मार्च को टेंडर आमंत्रित किए गए हैं।
- इस निर्णय के कारण प्लांटों ने तुरंत प्रभाव से खरीदी भाव में कमी कर दी।
- इंदौर में सोयाबीन का भाव 4150 रुपए प्रति क्विंटल और नीमच में 4200 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है।
सोयाबीन के भाव पर संभावित असर
- सोयाबीन व्यापारियों के अनुसार, सरकार द्वारा 39 लाख क्विंटल सोयाबीन की बिक्री से बाजार में 200 रुपए प्रति क्विंटल तक गिरावट आ सकती है।
- मंडियों में सोयाबीन के भाव 4000 रुपए प्रति क्विंटल से नीचे आने की आशंका है।
सोयाबीन बिक्री स्थगित करने की मांग
सोया उद्योग ने सरकार से इस निर्णय को स्थगित करने की मांग की है।
- व्यापारियों का कहना है कि यदि सरकार यह बिक्री करती है, तो किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।
- व्यापार विशेषज्ञों के अनुसार, यदि सरकार का सोयाबीन 4000 रुपए प्रति क्विंटल के भाव पर बिकता है, तो बाजार में बड़ी गिरावट आ सकती है।
किसानों के लिए आगे की राह
- गेहूं कटाई के बाद किसान फिर से सोयाबीन की बुवाई करेंगे।
- कम भाव के कारण सोयाबीन खली की मांग में कमी आई है, जिससे इस व्यापार पर संकट गहरा गया है।
विभिन्न प्लांटों में सोयाबीन खरीदी का भाव
इंदौर प्लांट – 4150 नीमच प्लांट – 4200 धीरेंद्र प्लांट – 4220 गुजरात प्लांट – 4100 मित्तल प्लांट – 4150 पतंजलि फूड – 4150 प्रकाश प्लांट – 4225 राम जानकी प्लांट – 4160 सूर्या फूड – 4210 वर्धमान प्लांट – 4170 विप्पी प्लांट – 4140 रुपए प्रति क्विंटल
सरकार के इस निर्णय से सोयाबीन के बाजार भाव में बड़ी गिरावट की संभावना है। किसानों और व्यापारियों के लिए यह चिंता का विषय है। ऐसे में सरकार और किसान संगठनों को मिलकर ऐसी रणनीति बनानी होगी, जिससे किसानों को नुकसान से बचाया जा सके और व्यापार को संतुलित रखा जा सके।