Gehu MSP 2025: 17 मार्च से MSP पर होगी गेहूं की खरीदी, MSP में 150 रुपये की बढ़ोतरी

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Gehu MSP 2025: 17 मार्च से MSP पर होगी गेहूं की खरीदी, MSP में 150 रुपये की बढ़ोतरी

भारत में किसानों के लिए गेहूं एक महत्वपूर्ण फसल है। हर साल किसान इसे बड़ी मेहनत से उगाते हैं और सरकार इसकी खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर करती है। इस बार भी सरकार ने गेहूं खरीदने की पूरी तैयारी कर ली है। अगर आप किसान हैं और अपना गेहूं MSP पर बेचना चाहते हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है।

इस लेख में हम MSP पर गेहूं की खरीदी से जुड़ी पूरी जानकारी देंगे, जिसमें शामिल हैं:
✔ गेहूं खरीदने की तारीखें
✔ खरीद प्रक्रिया
✔ नए रेट और बोनस
✔ सरकार की तैयारियां

तो आइए जानते हैं MSP पर गेहूं की खरीदी से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण बातें!


गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदी

MSP (Minimum Support Price) यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य वह दर होती है, जिस पर सरकार किसानों से उनकी फसल खरीदती है। इससे किसानों को यह सुनिश्चित होता है कि उन्हें उनकी मेहनत का सही मूल्य मिलेगा और वे किसी भी तरह के बाजार के उतार-चढ़ाव से सुरक्षित रहेंगे।

इस साल केंद्र सरकार ने गेहूं के MSP में 150 रुपए की बढ़ोतरी की है। अब गेहूं की सरकारी खरीद 2425 रुपये प्रति क्विंटल की दर से होगी। कुछ राज्य सरकारें इस कीमत के साथ अतिरिक्त बोनस भी दे रही हैं, जिससे किसानों को और ज्यादा लाभ मिलेगा।


MSP पर गेहूं की खरीदारी कब और कहां होगी?

हर साल की तरह, इस बार भी गेहूं की खरीदारी राज्यवार अलग-अलग तारीखों पर शुरू हो रही है। आइए जानते हैं अलग-अलग राज्यों में कब से गेहूं खरीदा जाएगा:

राज्य का नामखरीद की शुरुआतखरीद की अंतिम तारीख
मध्य प्रदेश15 मार्च 202531 मार्च 2025
राजस्थान10 मार्च 202530 अप्रैल 2025
उत्तर प्रदेश17 मार्च 202530 अप्रैल 2025
पंजाब1 अप्रैल 202531 मई 2025
हरियाणा1 अप्रैल 202531 मई 2025

उत्तर प्रदेश में 17 मार्च से MSP पर गेहूं की खरीदी शुरू होगी, और इसके लिए सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है।


उत्तर प्रदेश में गेहूं खरीदने की पूरी तैयारी

उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए 6500 खरीद केंद्रों की व्यवस्था की है, जिससे किसान आसानी से अपना गेहूं बेच सकें।

सबसे ज्यादा 1250 खरीद केंद्र खाद्य विभाग की विपणन शाखा द्वारा बनाए जाएंगे।
उत्तर प्रदेश सहकारी संघ 3300 क्रय केंद्र बनाएगा।
कृषि उत्पादन मंडी परिषद से 100 केंद्र बनाए जाएंगे।
कोऑपरेटिव यूनियन के 700 केंद्र होंगे।
उपभोक्ता सहकारी संघ के 350 केंद्र होंगे।
भारतीय खाद्य निगम (FCI) के 400 केंद्र होंगे।

इस तरह किसानों को उनके आसपास ही गेहूं बेचने की सुविधा मिलेगी और उन्हें अधिक परेशानी नहीं होगी।


गेहूं बेचने की प्रक्रिया – MSP पर गेहूं कैसे बेचे?

अगर आप किसान हैं और अपना गेहूं MSP पर बेचना चाहते हैं, तो आपको कुछ जरूरी प्रक्रियाओं से गुजरना होगा। नीचे हम गेहूं बेचने के आसान स्टेप्स बता रहे हैं:

1. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करें

➡ सबसे पहले किसानों को राजस्व विभाग में अपनी जमीन का ऑनलाइन सत्यापन करवाना होगा।
➡ यह प्रक्रिया यह साबित करने के लिए होती है कि आप ही उस जमीन के मालिक हैं और आपने ही गेहूं उगाया है।
➡ बिना सत्यापन के MSP पर गेहूं बेचना संभव नहीं होगा।

2. बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण

➡ खरीद केंद्रों पर “इलेक्ट्रिक पॉइंट ऑफ परचेज (e-POP)” मशीन लगाई जाएगी।
➡ इसमें किसान का बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण किया जाएगा।
➡ यह प्रक्रिया यह सुनिश्चित करती है कि केवल सही किसान ही अपने गेहूं को MSP पर बेच सकें।

3. ई-पॉप डिवाइस से लोकेशन ट्रैकिंग

➡ मोबाइल खरीद केंद्रों पर e-POP डिवाइस से किसान की लोकेशन भी ट्रैक की जाएगी।
➡ इससे यह सुनिश्चित होगा कि केवल वास्तविक किसान ही इस योजना का लाभ उठा सकें।

4. भुगतान की प्रक्रिया

➡ जैसे ही किसान अपना गेहूं MSP पर बेच देंगे, उनका भुगतान सीधे उनके बैंक खाते में कर दिया जाएगा।
➡ किसान को नकद भुगतान नहीं मिलेगा, बल्कि यह पैसा DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से दिया जाएगा।


MSP पर गेहूं बेचने के लिए जरूरी दस्तावेज

अगर आप MSP पर गेहूं बेचना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए दस्तावेजों की जरूरत होगी:

✔ आधार कार्ड
✔ बैंक पासबुक की कॉपी
✔ जमीन के कागजात (खसरा-खतौनी)
✔ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की रसीद
✔ मोबाइल नंबर

इन सभी दस्तावेजों को खरीद केंद्र पर ले जाना जरूरी है।


MSP में 150 रुपये की बढ़ोतरी – किसानों को कितना फायदा?

केंद्र सरकार ने गेहूं की MSP को 150 रुपये बढ़ाकर 2425 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है। इसका मतलब यह हुआ कि किसानों को पहले से ज्यादा कीमत मिलेगी

लेकिन कुछ राज्यों में सरकारें MSP के ऊपर बोनस भी दे रही हैं

मध्य प्रदेश सरकार ने 2600 रुपये प्रति क्विंटल की दर तय की है, जिसमें 175 रुपये का अतिरिक्त बोनस शामिल है।
➡ दूसरे राज्यों में भी सरकारें किसानों को अतिरिक्त लाभ देने पर विचार कर रही हैं।

इससे किसानों को गेहूं बेचकर ज्यादा फायदा होगा और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी


किसानों के लिए यह मौका क्यों खास है?

✅ सरकार ने MSP बढ़ाकर 2425 रुपये प्रति क्विंटल कर दी है।
✅ उत्तर प्रदेश में 17 मार्च से गेहूं की खरीदी शुरू हो रही है
✅ किसानों के लिए 6500 खरीद केंद्र बनाए गए हैं
✅ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के बाद सीधे बैंक खाते में भुगतान मिलेगा
✅ मध्य प्रदेश में किसानों को 2600 रुपये प्रति क्विंटल तक की दर मिल रही है।

अगर आप किसान हैं, तो यह समय आपके लिए बहुत खास है। MSP पर गेहूं बेचने के लिए अपनी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी करें और सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ उठाएं।

अगर यह जानकारी आपको उपयोगी लगी, तो इसे अपने किसान साथियों के साथ जरूर शेयर करें!

कृषकों को शुभकामनाएं!

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