गेहूँ से कीटों को रखना है दूर, तो इस प्रयोग को जरूर करे ट्राय
गेहूँ से कीटों को रखना है दूर, तो इस प्रयोग को जरूर करे ट्राय। अन्य चीजों की तरह, गेहूँ भी कई बार खराब हो जाता है। ऐसा होने पर लोगों को या तो नुकसान उठाना पड़ता है। या वे समय-समय पर रसायनों और गोलियों का उपयोग करते रहते हैं। लेकिन आज हम आपको दादी के समय से एक बेहतरीन उपाय बताने जा रहे हैं, जो आज भी कारगर है। इससे गेहूँ खराब नहीं होगा और कीड़े-मकोड़े भी पैदा नहीं होंगे।
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यह नुश्खा होंगा कारगार साबित
21वीं सदी में लोग गेहूँ को रसायनों से लेप करके या उसमें दवाएं मिलाकर रखते हैं। ताकि यह खराब होने से सुरक्षित रहे। लेकिन बुंदेलखंड में गेहूँ में राख मिलाने का रिवाज सदियों से चला आ रहा है। इस उपाय से दवाएं खरीदने का तनाव नहीं होता है और स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है।
कई लोग रखते है गोलियाँ
दरअसल, गेहूँ की फसल की कटाई के बाद बड़ी मात्रा में अनाज जमा हो जाता है। इस समय लोग सस्ते में गेहूँ खरीदते हैं। गेहूँ को खराब होने से बचाने के लिए आजकल लोग अनाज के बोरे में गोलियां रखते हैं। लेकिन इसकी बदबू इतनी तेज होती है कि यह आटे से भी आने लगती है।
राख का उपयोग कर कीटों को रखे दूर
राख को उस जगह पर फेंका जाता है जहां ईंटें या मिट्टी के बर्तन बनाए जाते हैं। इस राख को आवा की राख कहते हैं। लेकिन बुंदेलखंड के लोग इस राख को भट्टी से लेकर घर लाते हैं और गेहूं में मिलाते हैं। इससे वर्षों तक एक भी कीड़ा गेहूँ पर हमला नहीं करता है। साफ और बिना गंध वाला गेहूँ खाने के लिए ग्रामीण गेहूँ में राख मिलाते हैं।