
नवोदय विद्यालय में टीचर कैसे बनें? जानिए पूरी प्रक्रिया, योग्यता, सैलरी और सुविधाएं
अगर आप एक सरकारी शिक्षक बनना चाहते हैं और देश के होनहार ग्रामीण बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना चाहते हैं, तो नवोदय विद्यालय आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि नवोदय विद्यालय में शिक्षक कैसे बनें, इसके लिए क्या योग्यताएं जरूरी हैं, चयन प्रक्रिया क्या होती है, सैलरी कितनी मिलती है और क्या-क्या सुविधाएं मिलती हैं। अगर आप नवोदय विद्यालय में PGT या TGT शिक्षक बनना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए संपूर्ण गाइड है।
नवोदय विद्यालय क्या है?
नवोदय विद्यालय भारत सरकार द्वारा चलाए जाने वाले सह-शिक्षा आवासीय विद्यालय हैं। इनकी स्थापना 1986 की नई शिक्षा नीति के तहत की गई थी। इनका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के मेधावी और प्रतिभाशाली बच्चों को निशुल्क और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। नवोदय विद्यालय समिति (NVS) इन स्कूलों का संचालन करती है, जो केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत एक स्वायत्त संस्था है।
पहला नवोदय विद्यालय 1985 में अमरावती, महाराष्ट्र में स्थापित हुआ था। इसका नाम देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की स्मृति में “जवाहर नवोदय विद्यालय” रखा गया। वर्तमान में देशभर में 700 से अधिक नवोदय विद्यालय संचालित हैं।
नवोदय विद्यालय में शिक्षक कौन होते हैं?
नवोदय विद्यालय में शिक्षक वे योग्य और प्रशिक्षित व्यक्ति होते हैं, जिन्हें नवोदय विद्यालय समिति द्वारा नियुक्त किया जाता है। इन शिक्षकों का कार्य सिर्फ पढ़ाना ही नहीं होता, बल्कि छात्र-छात्राओं के संपूर्ण विकास, अनुशासन, प्रशिक्षण, और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना भी होता है। नवोदय विद्यालय के शिक्षक आमतौर पर स्कूल कैंपस में ही रहते हैं और छात्रों को एक परिवार जैसा वातावरण देते हैं।
नवोदय विद्यालय में शिक्षक के प्रकार
नवोदय विद्यालयों में अलग-अलग विषयों और वर्गों के लिए कई प्रकार के शिक्षक नियुक्त किए जाते हैं, जैसे:
- PGT (Post Graduate Teacher) – कक्षा 11वीं और 12वीं के लिए
- TGT (Trained Graduate Teacher) – कक्षा 6वीं से 10वीं के लिए
- संगीत शिक्षक, कला शिक्षक, खेल शिक्षक
- लाइब्रेरियन (पुस्तकालय अध्यक्ष)
- कंप्यूटर शिक्षक आदि
1. PGT (पोस्ट ग्रेजुएट शिक्षक) कैसे बनें?
PGT शिक्षक क्या करते हैं?
PGT शिक्षक नवोदय विद्यालय में कक्षा 11वीं और 12वीं के छात्रों को पढ़ाते हैं। ये शिक्षक विद्यार्थियों के विषयगत ज्ञान को मजबूत बनाने के साथ-साथ उनके प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी, प्रोजेक्ट वर्क, और चरित्र निर्माण में भी मदद करते हैं। इसके अलावा, PGT शिक्षक हाउस मास्टर, हॉस्टल इंचार्ज, और सांस्कृतिक गतिविधियों के समन्वयक भी होते हैं।
PGT बनने के लिए योग्यता
- शैक्षणिक योग्यता: संबंधित विषय में पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री (M.A/M.Sc/M.Com आदि) न्यूनतम 50% अंकों के साथ
- प्रोफेशनल योग्यता: B.Ed (बैचलर ऑफ एजुकेशन) की डिग्री अनिवार्य
- भाषा दक्षता: अंग्रेजी और हिंदी दोनों में पढ़ाने की क्षमता होनी चाहिए
PGT चयन प्रक्रिया
- लिखित परीक्षा – विषय आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं
- इंटरव्यू – अभ्यर्थी की शिक्षण क्षमता और व्यक्तित्व की जांच
- डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन – शैक्षणिक और व्यक्तिगत दस्तावेजों की पुष्टि
- फाइनल मेरिट लिस्ट – परीक्षा और इंटरव्यू के अंकों के आधार पर चयन
PGT शिक्षक की सैलरी
- PGT शिक्षकों को लेवल 8 के तहत वेतन मिलता है
- प्रारंभिक वेतन: ₹47,600/- प्रति माह
- इसके अलावा DA, HRA, मेडिकल भत्ता, टीए, बच्चों की शिक्षा भत्ता आदि मिलते हैं
- आवासीय सुविधा भी नवोदय विद्यालय द्वारा प्रदान की जाती है
2. TGT (प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक) कैसे बनें?
TGT शिक्षक क्या करते हैं?
TGT शिक्षक कक्षा 6वीं से 10वीं तक के विद्यार्थियों को विषयवार शिक्षा प्रदान करते हैं। ये शिक्षक छात्रों के होमवर्क, प्रोजेक्ट वर्क, परीक्षा मूल्यांकन, अनुशासन, खेलकूद, हॉस्टल जिम्मेदारी, और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सहयोग करते हैं।
TGT बनने के लिए योग्यता
- शैक्षणिक योग्यता: संबंधित विषय में ग्रेजुएशन (B.A/B.Sc/B.Com आदि) न्यूनतम 50% अंकों के साथ
- प्रोफेशनल योग्यता: B.Ed डिग्री अनिवार्य
- अतिरिक्त अनिवार्यता: CTET Paper 2 पास होना आवश्यक
- भाषा दक्षता: हिंदी और अंग्रेजी दोनों में पढ़ाने की क्षमता होनी चाहिए
TGT चयन प्रक्रिया
- लिखित परीक्षा – सामान्य ज्ञान, शिक्षण पद्धति, विषय आधारित प्रश्न
- इंटरव्यू/स्किल टेस्ट – शिक्षण कौशल की जांच
- डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन
- फाइनल मेरिट लिस्ट के आधार पर चयन
TGT शिक्षक की सैलरी
- TGT शिक्षकों को लेवल 7 के तहत वेतन मिलता है
- प्रारंभिक वेतन: ₹44,900/- प्रति माह
- अन्य भत्तों के साथ यह राशि ₹55,000/- से ₹60,000/- तक पहुंच सकती है
- आवासीय सुविधा, बच्चों के लिए फ्री शिक्षा, मेडिकल सुविधा आदि भी मिलती है
नवोदय विद्यालय में अन्य शिक्षक पद
- संगीत शिक्षक – संगीत की डिग्री और B.Ed
- कला शिक्षक – फाइन आर्ट्स में डिग्री
- PET (फिजिकल एजुकेशन टीचर) – B.P.Ed या M.P.Ed
- लाइब्रेरियन – लाइब्रेरी साइंस में डिग्री
- कंप्यूटर शिक्षक – कंप्यूटर साइंस में B.E/B.Tech/MCA
नवोदय विद्यालय शिक्षक की पोस्टिंग और स्थानांतरण
नवोदय विद्यालय शिक्षक की नियुक्ति देश के किसी भी नवोदय विद्यालय में की जा सकती है। शिक्षक का स्थानांतरण भी नवोदय विद्यालय समिति के निर्देशानुसार किसी अन्य राज्य में हो सकता है। इसलिए उम्मीदवारों को स्थानांतरण के लिए मानसिक रूप से तैयार रहना चाहिए।
नवोदय विद्यालय में मिलने वाली सुविधाएं
- निशुल्क आवास – सुंदर कैंपस में फ्री रहने की सुविधा
- भोजन व्यवस्था – कर्मचारी कैंटीन या खुद की किचन व्यवस्था
- फ्री बच्चों की शिक्षा – कर्मचारियों के बच्चों को भी स्कूल में पढ़ाया जाता है
- स्वास्थ्य सुविधा – स्कूल परिसर में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध
- अन्य लाभ – LTC, पेंशन, प्रमोशन की सुविधा, टीचिंग ट्रेनिंग प्रोग्राम्स
नवोदय शिक्षक बनने के फायदे
- सरकारी नौकरी की सुरक्षा
- देशभर में पोस्टिंग का अवसर
- रहने-खाने की सुविधा फ्री
- अच्छा कार्य वातावरण
- छात्रों के जीवन निर्माण में योगदान देने का गौरव
तैयारी कैसे करें?
- सिलेबस समझें – NVS द्वारा हर भर्ती के लिए सिलेबस जारी होता है
- पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें
- मॉक टेस्ट और ऑनलाइन टेस्ट सीरीज जॉइन करें
- B.Ed और CTET की तैयारी पर विशेष ध्यान दें
- इंटरव्यू और स्किल टेस्ट के लिए खुद को तैयार करें
अगर आप ग्रामीण भारत के मेधावी छात्रों को आगे बढ़ाने का सपना देखते हैं और एक अच्छी सैलरी, सुरक्षित भविष्य, और सामाजिक सम्मान के साथ एक शानदार करियर बनाना चाहते हैं, तो नवोदय विद्यालय में शिक्षक बनना आपके लिए एक शानदार अवसर है।
आप अभी से तैयारी शुरू करें, योग्यताएं पूरी करें, और नवोदय विद्यालय समिति द्वारा जारी होने वाली भर्ती अधिसूचनाओं पर नजर रखें। आने वाले वर्षों में सैकड़ों पदों पर शिक्षकों की भर्ती होने की संभावना है।
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