
DAP और यूरिया से कई गुना आगे निकला ये रामबाण खाद, खेती का खर्चा हुआ जीरो
खेती में खाद, पानी, बीज, कीटनाशक, दवाएं, कटाई, जुताई जैसे कई खर्च होते हैं। इसलिए सरकार किसानों की आर्थिक मदद के लिए कई योजनाएं चला रही है। अब सरकार ने किसानों को एक ऐसी खाद के बारे में जानकारी देने की सोची है, जिससे ना सिर्फ उनका खर्च बचेगा बल्कि उत्पादन भी बढ़ेगा। साथ ही यह स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। दरअसल, हम बात कर रहे हैं जैविक खाद की।
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जैविक खाद के इस्तेमाल से किसान केमिकल खाद के खर्च को कम कर सकते हैं और स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने वाले केमिकल खाद से भी बच सकते हैं। इससे खेती भी स्वस्थ होगी और बीमारियों के इलाज के लिए दवाओं का खर्च भी बचेगा। आइए जानते हैं जैविक खाद बनाने में किन चीजों की जरूरत होती है और इसके फायदे क्या हैं।
जैविक खाद किन चीजों से बनेगी?
जैविक खाद बनाने में किसी भी प्रकार का रसायन इस्तेमाल नहीं होता, जिससे फसल को फायदा होता है। इसे बनाने के लिए निम्न सामग्री चाहिए:
- गोबर
- गोमूत्र
- गुड़
- चने का आटा
- पीपल के पेड़ के आस-पास की मिट्टी
- 200 लीटर पानी
इन सभी चीजों को एक बड़े ड्रम में भरें और इसे छायादार जगह पर एक हफ्ते तक रखें। हर 2-3 दिन में इसे लकड़ी की छड़ी से हिला लें।
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जैविक खाद के फायदे
- उत्पादन बढ़ता है और फसल स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होती है।
- मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है, जो रासायनिक खाद के कारण घट रही है।
- घर में उपलब्ध चीजों से बनने के कारण खर्चा नहीं होता।
- जैविक खाद से खेती किफायती और स्वास्थ्यप्रद बनती है। इसे अपनाकर किसान लाभ उठा सकते हैं।