
मात्र 22 दिन में बना देगी धन्ना सेठ, मेथी की खेती से कम समय में लाखों की कमाई
22 दिन में बंपर मुनाफा: मेथी की खेती से कम समय में लाखों की कमाई
अगर आप किसान हैं और कम समय में ज्यादा मुनाफा कमाने की सोच रहे हैं, तो मेथी की खेती आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है। मेथी एक ऐसी फसल है, जो कम लागत में तैयार होती है और इसे उगाना भी बेहद आसान है। साथ ही, यह बाजार में पूरे साल मांग में रहती है।
महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के किसान धानाजी बचाटे ने मेथी की खेती करके सफलता की एक नई कहानी लिखी है। सिर्फ 12 हजार रुपये की लागत से उन्होंने 1 एकड़ में 80 हजार से लेकर 3 लाख रुपये तक कमाई की है। इस लेख में हम मेथी की खेती का पूरा तरीका, लागत और मुनाफे के बारे में विस्तार से बताएंगे।
मेथी की विशेषताएं और महत्व
मेथी का उपयोग हर घर में होता है। यह एक बहुउपयोगी सब्जी और मसाला है, जो पोषण से भरपूर होती है।
- स्वास्थ्य लाभ:
- मेथी डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद करती है।
 - यह हृदय और पाचन तंत्र के लिए लाभकारी है।
 - मेथी के पत्ते और दाने आयरन, कैल्शियम और प्रोटीन से भरपूर होते हैं।
 
 - बाजार में मांग:
- मेथी के ताजे पत्तों का उपयोग सब्जी बनाने में होता है।
 - इसके बीज मसालों और औषधियों में इस्तेमाल किए जाते हैं।
 - पूरे साल बाजार में इसकी अच्छी मांग रहती है।
 
 
धानाजी बचाटे की सफलता की कहानी
सोलापुर जिले के मोहोल तालुका के वर्कुटे गांव के किसान धानाजी बचाटे पिछले 7 सालों से मेथी की खेती कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कम लागत और कम समय में फसल तैयार होने के कारण मेथी की खेती बेहद लाभदायक है।
1. 1 एकड़ में लागत और मुनाफा:
- 1 एकड़ में मेथी की खेती का खर्चा लगभग 10 से 12 हजार रुपये आता है।
 - एक सीजन में 1 एकड़ से 80 हजार से 3 लाख रुपये तक की आमदनी हो सकती है।
 
2. फसल तैयार होने का समय:
- मेथी की फसल सिर्फ 22 दिनों में तैयार हो जाती है।
 - कम समय में तैयार होने वाली इस फसल को साल में 3-4 बार उगाया जा सकता है।
 
मेथी की खेती कैसे करें?
1. मिट्टी का चयन और खेत की तैयारी:
- मेथी की खेती के लिए दोमट या बलुई दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है।
 - खेत को अच्छी तरह से जोत लें और पानी निकासी की सही व्यवस्था करें।
 - मिट्टी में जैविक खाद मिलाने से पैदावार अच्छी होती है।
 
2. बीज का चयन और बुवाई:
- स्थानीय मौसम के अनुसार अच्छी गुणवत्ता वाले बीज का चयन करें।
 - बुवाई से पहले बीजों को फफूंदनाशक से उपचारित करें।
 - बीज को 1-1.5 सेमी गहराई में लगाएं और पंक्तियों के बीच 10-15 सेमी की दूरी रखें।
 - प्रति एकड़ 8-10 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है।
 
3. सिंचाई और खाद प्रबंधन:
- बुवाई के तुरंत बाद सिंचाई करें।
 - इसके बाद हर 7-10 दिन पर हल्की सिंचाई करें।
 - जैविक खाद और नाइट्रोजनयुक्त उर्वरकों का प्रयोग करें।
 
4. फसल कटाई:
- बुवाई के 22 दिन बाद मेथी की पत्तियां कटाई के लिए तैयार हो जाती हैं।
 - 1 एकड़ से 9-10 हजार पेंडी मेथी का उत्पादन होता है।
 
मंडी में मेथी की मांग और दाम
- मंडी में मेथी की कीमत 8 से 30 रुपये प्रति पेंडी होती है।
 - मौजूदा समय में मेथी की कीमत 10-12 रुपये प्रति पेंडी है।
 - अगर दाम अच्छे मिलें, तो 1 एकड़ से लगभग 1.5 से 3 लाख रुपये तक का मुनाफा हो सकता है।
 
कम लागत, ज्यादा मुनाफा
लागत:
- बीज: 1000-1500 रुपये।
 - जैविक खाद और उर्वरक: 3000-4000 रुपये।
 - सिंचाई और मजदूरी: 5000-6000 रुपये।
 - कुल खर्च: 10-12 हजार रुपये।
 
मुनाफा:
- प्रति एकड़ 9-10 हजार पेंडी मेथी का उत्पादन।
 - मंडी में 10 रुपये प्रति पेंडी के हिसाब से न्यूनतम कमाई: 1 लाख रुपये।
 - यदि दाम अधिक मिलें, तो यह कमाई 3 लाख रुपये तक जा सकती है।
 
धानाजी बचाटे की सलाह:
धानाजी का कहना है कि जो किसान कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते हैं, उन्हें मेथी या धनिया जैसी फसलों की खेती करनी चाहिए। इन फसलों में समय और मेहनत कम लगती है, लेकिन मुनाफा ज्यादा होता है।
मेथी की खेती के फायदे
- कम समय में तैयार:
- केवल 22 दिनों में फसल तैयार हो जाती है।
 - साल में 3-4 बार इसे उगाया जा सकता है।
 
 - कम लागत, अधिक मुनाफा:
- केवल 10-12 हजार रुपये की लागत से लाखों की कमाई संभव है।
 
 - मौसमी अनुकूलता:
- मेथी को हर मौसम में उगाया जा सकता है।
 
 - बाजार में लगातार मांग:
- मेथी की पत्तियां और बीज दोनों की बाजार में अच्छी कीमत मिलती है।
 
 - प्रेरणा का स्रोत:
- धानाजी बचाटे जैसे किसान अन्य किसानों के लिए प्रेरणा बन रहे हैं।
 
 
अगर आप किसान हैं और अपने खेतों से अधिक लाभ कमाने की सोच रहे हैं, तो मेथी की खेती एक आदर्श विकल्प है। कम लागत, कम समय और बाजार में उच्च मांग इसे एक लाभदायक फसल बनाते हैं।
तो अब देर किस बात की? आज ही मेथी की खेती शुरू करें और कम समय में लाखों की कमाई का आनंद उठाएं!









