टेलीग्राम चैनल पर NEET UG 2025 पेपर लीक का दावा, 4 मई को होगी परीक्षा

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टेलीग्राम चैनल पर NEET UG 2025 पेपर लीक का दावा, 4 मई को होगी परीक्षा

हर साल लाखों छात्र नीट (NEET-UG) की परीक्षा में भाग लेते हैं। ये परीक्षा न केवल भारत की सबसे बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं में से एक है, बल्कि इसका हर अभ्यर्थी की जिंदगी पर भी गहरा असर पड़ता है। ऐसे में यदि परीक्षा से पहले पेपर लीक जैसी खबरें सामने आती हैं, तो छात्रों और उनके अभिभावकों की चिंता स्वाभाविक है।

NEET UG 2025 की परीक्षा इस साल 4 मई को आयोजित होने जा रही है। लेकिन इस परीक्षा से ठीक पहले एक बार फिर पेपर लीक का मामला चर्चा में है। खबरों के मुताबिक 1500 से ज्यादा संदिग्ध पेपर लीक के दावे किए गए हैं, जिनकी जांच पुलिस और साइबर क्राइम यूनिट कर रही है।

क्या सच में लीक हुआ है NEET 2025 का पेपर?

NEET UG Paper Leak 2025: सबसे पहले यह जानना ज़रूरी है कि अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है कि NEET UG 2025 का पेपर वाकई में लीक हुआ है। NTA (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) ने खुद स्पष्ट किया है कि परीक्षा को सुरक्षित और पारदर्शी तरीके से आयोजित किया जा रहा है। फिर भी सोशल मीडिया, खासकर टेलीग्राम और व्हाट्सएप पर पेपर लीक के झूठे दावे बड़ी संख्या में फैलाए जा रहे हैं।

1500 संदिग्ध दावे और सक्रिय साइबर ठग

पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक 1500 से ज्यादा संदिग्ध पेपर लीक के दावे अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दर्ज किए गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा गतिविधि टेलीग्राम और इंस्टाग्राम पर देखी गई है।

  • 106 टेलीग्राम चैनल: पेपर लीक के नाम पर छात्रों को गुमराह कर रहे हैं।
  • 16 इंस्टाग्राम पेज: नकली पेपर और सॉल्यूशन बेचने का दावा कर रहे हैं।

इन सभी चैनलों और पेजों को बंद करने के लिए साइबर सेल ने इंस्टाग्राम और टेलीग्राम से संपर्क किया है और उनके एडमिन्स की जानकारी भी मांगी है।

शिक्षा मंत्रालय की तैयारी

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने पेपर लीक की अफवाहों को गंभीरता से लेते हुए सभी राज्यों के डीएम (जिला कलेक्टर) और एसपी (पुलिस अधीक्षक) के साथ बैठक की है। इस बैठक में नीट परीक्षा को सुरक्षित और पारदर्शी रूप से संपन्न कराने की योजना बनाई गई है।

प्रशासन द्वारा परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा बढ़ाई जा रही है, और पेपर की डिलीवरी और संचालन की प्रक्रिया को पहले से कहीं अधिक सख्त बनाया गया है।

छात्र क्या करें और क्या न करें?

इस तरह की परिस्थितियों में छात्रों को सबसे अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता होती है। कई बार तनाव और डर में आकर छात्र झूठी बातों पर भरोसा कर बैठते हैं, जिससे उनका फोकस पढ़ाई से हट जाता है।

छात्रों के लिए सुझाव

  1. सिर्फ ऑफिशियल सोर्स पर भरोसा करें
    NTA की आधिकारिक वेबसाइट nta.ac.in या neet.nta.nic.in से ही परीक्षा से जुड़ी जानकारियाँ प्राप्त करें।
  2. पेपर लीक का लालच न पालें
    पेपर लीक के नाम पर कई साइबर ठग पैसे ऐंठने की कोशिश करते हैं। इनमें फंसने से आप कानूनी मुसीबत में भी पड़ सकते हैं।
  3. किसी अनजान लिंक पर क्लिक न करें
    सोशल मीडिया पर शेयर हो रहे लिंक पर क्लिक करने से आपका डेटा चोरी हो सकता है। इससे आपकी गोपनीय जानकारी भी खतरे में पड़ सकती है।
  4. अगर कोई पेपर बेचने का दावा करता है तो तुरंत रिपोर्ट करें
    ऐसे किसी भी संदेश या व्यक्ति की जानकारी तुरंत पुलिस या साइबर क्राइम सेल को दें।

अभिभावकों के लिए सुझाव

  • अपने बच्चों से नियमित बात करें और उन्हें मानसिक रूप से शांत रखें।
  • किसी भी अफवाह से घबराने की बजाय सही जानकारी की पुष्टि करें।
  • बच्चों को यह समझाएं कि शॉर्टकट का कोई स्थायी फायदा नहीं होता।

परीक्षा केंद्र और एडमिट कार्ड की जानकारी

NEET UG 2025 का एडमिट कार्ड पहले ही जारी किया जा चुका है। छात्र अपने रजिस्ट्रेशन नंबर और जन्मतिथि के जरिए NTA की वेबसाइट से इसे डाउनलोड कर सकते हैं। इसमें दिए गए परीक्षा केंद्र की जानकारी (पता, सेंटर कोड आदि) को ध्यान से पढ़ें और परीक्षा से कम से कम एक दिन पहले वहां का जायज़ा जरूर लें।

कड़े सुरक्षा उपाय – NEET 2025 परीक्षा में

इस बार NEET परीक्षा में सुरक्षा और निगरानी के लिए कई खास उपाय किए गए हैं:

  • CCTV निगरानी सभी परीक्षा केंद्रों पर अनिवार्य की गई है।
  • बायोमेट्रिक अटेंडेंस से छात्रों की पहचान सुनिश्चित की जा रही है।
  • मेटल डिटेक्टर के जरिए मोबाइल या किसी अन्य गैजेट के साथ प्रवेश को रोका जा रहा है।
  • परीक्षा केंद्रों पर जामर का इस्तेमाल ताकि कोई बाहरी संपर्क न हो सके।

पेपर लीक की अफवाह क्यों फैलती है?

भारत में हर साल नीट में लगभग 20 लाख छात्र हिस्सा लेते हैं और सफलता की दर महज़ 6–7% के आसपास होती है। ऐसे में छात्रों और अभिभावकों पर अत्यधिक मानसिक दबाव होता है। इसी दबाव का फायदा उठाकर ठग लोग नीट जैसे एग्जाम्स में पेपर लीक की अफवाह फैलाकर पैसे कमाने की कोशिश करते हैं।

इनमें से अधिकतर दावे झूठे होते हैं, लेकिन कई छात्र तनाव और डर के कारण इनके जाल में फंस जाते हैं।

कानून क्या कहता है?

पेपर लीक या परीक्षा से पहले कोई जानकारी फैलाना आईटी एक्ट 2000, पब्लिक एग्जामिनेशन एक्ट, और IPC की धारा 420 (धोखाधड़ी) के तहत दंडनीय अपराध है। अगर कोई छात्र या व्यक्ति इन अफवाहों को फैलाने या उन पर विश्वास करके पेपर खरीदने की कोशिश करता है, तो उस पर भी कार्रवाई की जा सकती है।

NEET UG 2025 को लेकर फैलाई जा रही पेपर लीक की खबरें फिलहाल सिर्फ अफवाहें हैं। NTA और सरकार की ओर से कड़े सुरक्षा उपाय किए गए हैं। छात्रों को सलाह है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और अपनी तैयारी पर फोकस करें।

अभिभावकों को भी चाहिए कि वे बच्चों को इस समय भावनात्मक सहयोग दें और अफवाहों के प्रति सतर्क रहें। पेपर लीक जैसी अफवाहों का मकसद सिर्फ आपको भ्रमित करना होता है, ताकि कोई इसका फायदा उठा सके।

याद रखें, मेहनत का कोई विकल्प नहीं है। और अगर आपने सही से तैयारी की है, तो कोई पेपर लीक आपकी सफलता में रुकावट नहीं बन सकता।

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