
सोलर रूफटॉप सब्सिडी योजना: अब घर बैठे ऑनलाइन करें आवेदन और पाएं 78,000 रुपये तक सब्सिडी
सोलर रूफटॉप सब्सिडी योजना: अब घर बैठे ऑनलाइन करें आवेदन और पाएं 78,000 रुपये तक सब्सिडी
आजकल हर महीने आने वाला बिजली का भारी-भरकम बिल हर परिवार की जेब पर बोझ बन गया है। साथ ही बढ़ता प्रदूषण भी बड़ी चिंता का विषय है। ऐसे में अगर कोई ऐसा उपाय हो जिससे आपका बिजली बिल लगभग शून्य हो जाए और साथ ही आप पर्यावरण की भी रक्षा कर सकें तो कैसा रहेगा?
इसी सोच को हकीकत में बदलने के लिए भारत सरकार ने सोलर रूफटॉप सब्सिडी योजना शुरू की है। अब यह योजना पूरी तरह से ऑनलाइन हो गई है। यानी अब आप घर बैठे अपने मोबाइल या कंप्यूटर से इस योजना में आवेदन कर सकते हैं और सरकार से 40% से 60% तक सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं।
आइए इस ब्लॉग में विस्तार से समझते हैं – यह योजना क्या है, इसमें कैसे आवेदन करना है, सब्सिडी कितनी मिलेगी और यह आपके लिए क्यों फायदेमंद है।
सोलर रूफटॉप सब्सिडी योजना क्या है?
सोलर रूफटॉप सब्सिडी योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है। इसके तहत आम लोग अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगवाकर अपनी जरूरत की बिजली खुद बना सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत सरकार लोगों को आर्थिक सहायता (सब्सिडी) देती है ताकि आम आदमी सौर ऊर्जा को आसानी से अपना सके।
इस योजना को प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का हिस्सा माना गया है, जिसे 2024 में लॉन्च किया गया था। इसका उद्देश्य है कि देश के 1 करोड़ घरों में सोलर पैनल लगाए जाएं और लोग आत्मनिर्भर बनें।
योजना से मिलने वाली सब्सिडी
सरकार इस योजना के तहत अलग-अलग क्षमता के सोलर सिस्टम पर सब्सिडी देती है।
- 1 किलोवाट सिस्टम पर लगभग ₹30,000 तक की सब्सिडी
- 2 किलोवाट सिस्टम पर लगभग ₹60,000 तक की सब्सिडी
- 3 किलोवाट या उससे अधिक क्षमता वाले सिस्टम पर अधिकतम ₹78,000 तक की सब्सिडी
उदाहरण के लिए – यदि कोई परिवार 3 किलोवाट का सिस्टम लगाता है जिसकी कुल लागत लगभग ₹1.45 लाख होती है, तो सब्सिडी मिलने के बाद यह लागत घटकर लगभग ₹67,000 रह जाती है।
सोलर रूफटॉप लगाने से होने वाले फायदे
1. बिजली बिल से छुटकारा
सोलर पैनल से आपके घर की बिजली की जरूरतें पूरी हो जाती हैं। कई लोग तो इस योजना से शून्य (Zero) बिजली बिल तक पा रहे हैं।
2. अतिरिक्त कमाई का अवसर
अगर आपके सोलर पैनल से जरूरत से ज्यादा बिजली बनती है तो आप उसे ग्रिड में बेच सकते हैं। बिजली कंपनी आपको उसके पैसे देती है।
3. पर्यावरण के लिए फायदेमंद
सौर ऊर्जा प्रदूषणरहित और स्वच्छ ऊर्जा है। इससे कार्बन उत्सर्जन घटता है और प्रदूषण कम करने में मदद मिलती है।
4. दीर्घकालिक बचत
एक बार लगाने के बाद सोलर पैनल 20-25 साल तक आराम से चलते हैं। यानी एक बार का निवेश जीवनभर लाभ देता है।
5. आत्मनिर्भरता
बिजली कंपनियों पर निर्भरता कम हो जाती है। आप खुद बिजली बनाते हैं और खुद इस्तेमाल करते हैं।
आवेदन करने की ऑनलाइन प्रक्रिया
सोलर रूफटॉप सब्सिडी योजना का आवेदन अब पूरी तरह ऑनलाइन हो गया है। इसके लिए सरकार ने National Portal for Rooftop Solar शुरू किया है।
स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया
- सबसे पहले National Rooftop Solar Portal पर जाएं।
- अपना राज्य, बिजली वितरण कंपनी (DISCOM), बिजली कनेक्शन नंबर और मोबाइल नंबर दर्ज करें।
- आपके मोबाइल पर एक OTP आएगा, उसे दर्ज करके रजिस्ट्रेशन पूरा करें।
- अब पोर्टल पर लॉगिन करें।
- अपनी छत का आकार, सोलर सिस्टम की क्षमता और पंजीकृत वेंडर का चयन करें।
- आवेदन सबमिट करने के बाद आपकी बिजली कंपनी (DISCOM) Feasibility Approval जारी करेगी।
- इसके बाद चुने गए वेंडर से सोलर पैनल इंस्टॉल करवाएँ।
- नेट मीटर लगने और सिस्टम चालू होने के बाद आप सरकार से सब्सिडी प्राप्त कर सकेंगे।
सब्सिडी पाने की शर्तें
- यह योजना केवल आवासीय उपभोक्ताओं के लिए है।
- आपके घर की छत पर पर्याप्त जगह होनी चाहिए। (1 किलोवाट के लिए लगभग 10 वर्ग मीटर जगह चाहिए होती है।)
- सब्सिडी केवल ग्रिड से जुड़े हुए सोलर सिस्टम पर दी जाती है।
- आपने पहले किसी और योजना का लाभ नहीं लिया होना चाहिए।
लागत और बचत का उदाहरण
मान लीजिए एक मध्यमवर्गीय परिवार 3 किलोवाट का सोलर सिस्टम लगवाता है।
- कुल लागत: ₹1,45,000
- सरकार से सब्सिडी: ₹78,000
- उपभोक्ता को देना होगा: ₹67,000
अब मान लें कि उस परिवार का बिजली बिल हर महीने ₹3000 आता है। तो सालाना खर्च ₹36,000 हो गया।
सोलर सिस्टम लगाने के बाद यह खर्च लगभग शून्य हो जाएगा। यानी केवल 2-3 साल में ही पूरी लागत निकल जाएगी और आगे 20 साल तक मुफ्त बिजली मिलेगी।
सौर ऊर्जा अपनाने से देश को लाभ
- देश में पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों (कोयला, पेट्रोलियम) पर निर्भरता कम होगी।
- कार्बन उत्सर्जन घटेगा और पर्यावरण प्रदूषण कम होगा।
- भारत आत्मनिर्भर बनेगा और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में विश्व में अग्रणी बनेगा।
- ग्रामीण इलाकों में भी बिजली की समस्या काफी हद तक हल हो जाएगी।
योजना की वर्तमान स्थिति
भारत की सौर ऊर्जा क्षमता तेजी से बढ़ रही है। 2025 तक देश ने लगभग 13,889 मेगावाट सोलर रूफटॉप क्षमता हासिल कर ली है। गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान जैसे राज्य इस क्षेत्र में अग्रणी हैं।
सोलर रूफटॉप सब्सिडी योजना हर घर के लिए एक सुनहरा अवसर है। इस योजना के माध्यम से आप:
- बिजली के भारी बिल से छुटकारा पा सकते हैं।
- लंबे समय तक आर्थिक बचत कर सकते हैं।
- अतिरिक्त आमदनी भी कमा सकते हैं।
- पर्यावरण को बचाने में योगदान दे सकते हैं।
अगर आप चाहते हैं कि आपका घर हमेशा रोशनी से जगमगाता रहे और बिजली बिल का बोझ न हो, तो आज ही इस योजना में ऑनलाइन आवेदन करें।
संक्षेप में:
- सब्सिडी: 40% से 60%
- अधिकतम सहायता: ₹78,000
- आवेदन प्रक्रिया: पूरी तरह ऑनलाइन
- लाभ: मुफ्त बिजली, अतिरिक्त कमाई, पर्यावरण संरक्षण