
मध्य प्रदेश की जमीनी हकीकत GFMS PORTAL पर अतिथि शिक्षकों के लिए जरूरी सूचना
मध्य प्रदेश में अतिथि शिक्षकों की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। हर साल नई योजनाओं और अपडेट्स का ऐलान होता है, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि अतिथि शिक्षक हर दिन संघर्ष कर रहे हैं। स्थायी शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए अतिथि शिक्षकों को नियुक्त किया जाता है, लेकिन न तो उनकी स्थिरता की गारंटी है और न ही उनके भविष्य की सुरक्षा।
हाल ही में, GFMS PORTAL पर मध्य प्रदेश में अतिथि शिक्षकों से जुड़ी एक नई सूचना जारी की गई है। इस लेख में हम इस सूचना को विस्तार से समझेंगे, साथ ही अतिथि शिक्षकों की मौजूदा स्थिति और उनके सामने आने वाली चुनौतियों पर भी चर्चा करेंगे।
GFMS PORTAL पर नई सूचना: क्या है अपडेट?
लोक शिक्षण संचालनालय, मध्य प्रदेश ने GFMS PORTAL पर अतिथि शिक्षकों के लिए एक महत्वपूर्ण निर्देश जारी किया है। इस निर्देश के अनुसार:
- शाला विकल्प चयन:
- अतिथि शिक्षक-आवेदकों को उनके द्वारा चयनित शाला के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार की गई है।
- इन शालाओं में उनकी नियुक्ति के लिए रिक्वेस्ट और सत्यापन प्रक्रिया 21 नवंबर 2024 को शाम 5:00 बजे तक पूरी की जानी है।
- सत्यापन प्रक्रिया:
- संबंधित शाला प्रभारी को यह सुनिश्चित करना होगा कि आवेदकों की उपस्थिति रिक्वेस्ट को समय पर सत्यापित किया जाए।
- सत्यापन के बिना आवेदकों को नियुक्ति का मौका नहीं मिलेगा।
यह अपडेट इसलिए जरूरी है क्योंकि शिक्षण सत्र आधे से ज्यादा बीत चुका है, और अभी तक कई विद्यालयों में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति पूरी नहीं हो पाई है।
मध्य प्रदेश में अतिथि शिक्षकों की मौजूदा स्थिति
अतिथि शिक्षक, जिन्हें राज्य सरकार अस्थायी रूप से नियुक्त करती है, अपने अधिकारों और स्थिरता के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यह समस्या सालों से चली आ रही है, लेकिन इसका समाधान अभी तक नहीं हो पाया है।
1. नियुक्ति में देरी:
हर साल शिक्षण सत्र की शुरुआत से पहले अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होती है।
- लेकिन 2024 में, नवंबर का महीना खत्म होने को है और अब तक कई विद्यालयों में नियुक्तियां अधूरी हैं।
- दिसंबर में अर्धवार्षिक परीक्षाएं (Half-Yearly Exams) और प्री-बोर्ड परीक्षाएं होने वाली हैं। ऐसे में शिक्षकों की अनुपस्थिति बच्चों की पढ़ाई और परीक्षा परिणाम दोनों को प्रभावित करेगी।
2. अस्थिरता का सवाल:
- हर साल, नए सिरे से आवेदन और मेरिट सूची बनाई जाती है।
- यह प्रक्रिया न केवल समय लेने वाली है, बल्कि शिक्षकों के लिए भी मानसिक और आर्थिक तनाव का कारण बनती है।
- स्थाई रोजगार की कमी के कारण शिक्षक हर साल नई उम्मीदों के साथ आवेदन करते हैं, लेकिन स्थायित्व न होने के कारण उनका भविष्य अधर में लटका रहता है।
3. वित्तीय असुरक्षा:
- अतिथि शिक्षकों को बेहद कम वेतन दिया जाता है।
- उनकी आय न केवल सीमित है, बल्कि वेतन मिलने में भी अक्सर देरी होती है।
4. ब्लैकलिस्टिंग का डर:
- परीक्षा परिणाम खराब होने की स्थिति में अतिथि शिक्षकों को दोषी ठहराया जाता है।
- यहां तक कि उन्हें ब्लैकलिस्ट कर दिया जाता है, जिससे उनकी नौकरी खतरे में पड़ जाती है।
GFMS PORTAL: अतिथि शिक्षकों की उम्मीद या एक औपचारिक प्रक्रिया?
GFMS PORTAL को अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति और मैनेजमेंट के लिए बनाया गया है। इसका उद्देश्य नियुक्ति प्रक्रिया को पारदर्शी और सुगम बनाना है।
GFMS PORTAL के फायदे:
- पारदर्शिता:
- ऑनलाइन प्रक्रिया के कारण, मेरिट लिस्ट और चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ी है।
- आसान आवेदन:
- आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन होने से आवेदकों को सुविधा होती है।
- डेटा का रिकॉर्ड:
- सभी आवेदकों और नियुक्तियों का डेटा पोर्टल पर सुरक्षित रहता है।
वास्तविकता में समस्याएं:
- प्रक्रिया धीमी है, और समय पर सत्यापन नहीं होने के कारण शिक्षक लंबे समय तक प्रतीक्षा करते हैं।
- पोर्टल पर तकनीकी समस्याएं और जानकारी का अभाव भी एक बड़ी चुनौती है।
क्या है समाधान?
1. स्थायी नियुक्तियां:
- मध्य प्रदेश सरकार को हरियाणा सरकार से प्रेरणा लेनी चाहिए, जिसने अतिथि शिक्षकों को स्थायी नियुक्ति देने का ऐतिहासिक फैसला लिया है।
- स्थायी नियुक्ति से न केवल शिक्षकों का भविष्य सुरक्षित होगा, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता भी बढ़ेगी।
2. प्रक्रिया में तेजी:
- GFMS PORTAL पर नियुक्ति प्रक्रिया को तेज किया जाए ताकि शिक्षण सत्र की शुरुआत में ही शिक्षकों की नियुक्ति पूरी हो सके।
3. वित्तीय सुधार:
- अतिथि शिक्षकों का वेतन बढ़ाया जाए और समय पर भुगतान सुनिश्चित किया जाए।
4. प्रशिक्षण और सहयोग:
- शिक्षकों को समय-समय पर प्रशिक्षण दिया जाए ताकि वे बच्चों को बेहतर शिक्षा दे सकें।
5. शिक्षकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार:
- शिक्षकों को ब्लैकलिस्ट करने की बजाय उनकी समस्याओं को समझा जाए और समाधान निकाला जाए।
अतिथि शिक्षकों की भूमिका: क्यों हैं ये महत्वपूर्ण?
अतिथि शिक्षक शिक्षा व्यवस्था की रीढ़ हैं, खासकर ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में।
- ये शिक्षक उन विद्यालयों में पढ़ाते हैं जहां स्थायी शिक्षक उपलब्ध नहीं होते।
- उनकी मेहनत और समर्पण के बिना लाखों बच्चे शिक्षा से वंचित रह सकते हैं।
मध्य प्रदेश में अतिथि शिक्षकों की स्थिति बेहतर बनाने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने की जरूरत है। GFMS PORTAL पर जारी नई सूचना ने एक बार फिर इन शिक्षकों की स्थिति पर ध्यान आकर्षित किया है।
- ये भी जाने :- Traffic Police Vacancy 2024: 12वीं पास के लिए ट्रैफिक पुलिस में नौकरी करने का सुनहरा मौका
यह समय है कि सरकार इन शिक्षकों को स्थायी नियुक्ति देकर उनका भविष्य सुरक्षित करे और शिक्षा प्रणाली को मजबूत बनाए। अतिथि शिक्षक केवल अस्थायी कर्मचारी नहीं हैं, बल्कि वे देश के भविष्य निर्माता हैं।
“शिक्षा का अधिकार तभी पूरा होगा जब शिक्षकों को उनका अधिकार मिलेगा।”
सभी अतिथि शिक्षकों को शुभकामनाएं!